एसआर डीएवी पुंदाग में मना हिंदी, प्राचार्य बोले- हिंदी आज विश्व की चौथी सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा
एसआर डीएवी स्कूल, पुंदाग में हिंदी पखवाड़ा और हिंदी दिवस के उपलक्ष्य में शनिवार को एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर छात्रों के बीच विभिन्न सांस्कृतिक और साहित्यिक प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं, जिनमें विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय के प्राचार्य डॉ. तापस घोष द्वारा दीप प्रज्वलित कर की गई। इस अवसर पर हिंदी विभाग के शिक्षक-शिक्षिकाएं भी उपस्थित रहे। दीप प्रज्वलन के बाद विद्यालय की छात्रा कक्षा 6 की दिव्यांशी नाथ और कक्षा 10 की अनन्या कुमारी ने मधुर संगीत प्रस्तुत कर सबका मन मोह लिया।
फैंसी ड्रेस में साहित्यकारों का जीवंत प्रदर्शन
कक्षा तीसरी से पंचम तक के विद्यार्थियों ने प्रसिद्ध हिंदी साहित्यकारों की वेशभूषा में फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता में भाग लिया। बच्चों ने न केवल उनकी पोशाकें पहनीं, बल्कि उनके जीवन, कृतित्व और योगदान पर भी प्रकाश डाला। विद्यार्थियों की प्रस्तुति ने दर्शकों को हिंदी साहित्य की गहराइयों से अवगत कराया। वहीं अपने संबोधन में प्राचार्य डॉ. तापस घोष ने कहा कि हिंदी आज विश्व की चौथी सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा बन चुकी है। भारत में लगभग 57 प्रतिशत लोग इसी भाषा में संवाद करते हैं। उन्होंने कहा कि इसका व्यावसायिक महत्व भी दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है, जिससे युवाओं में इस भाषा के प्रति रुचि जागृत हो रही है।
रोजगार के अवसरों की जानकारी आवश्यक
प्राचार्य ने शिक्षकों से आग्रह किया कि वे विद्यार्थियों को हिंदी भाषा में उपलब्ध विभिन्न करियर विकल्पों के बारे में जानकारी दें। साथ ही, उन्होंने शिक्षकों को अपने विषय में निरंतर अध्ययनशील रहने की सलाह दी, जिससे विद्यार्थियों को अधिक लाभ मिल सके। कार्यक्रम के अंत में हिंदी पखवाड़ा के अंतर्गत आयोजित प्रतियोगिताओं में विजयी प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का समापन शांतिपाठ के साथ हुआ।