21 या 22 नवंबर को होगा कोल्हान विश्वविद्यालय का छठा दीक्षांत समारोह, 155 स्टूडेंट्स को मिलेंगे गोल्ड मेडल, 80 को मिलेगी उपाधि
कोल्हान विश्वविद्यालय (केयू) का छठा दीक्षांत समारोह 21 या 22 नवंबर को आयोजित किया जाएगा। समारोह की तैयारियों को अंतिम रूप देने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन ने कमर कस ली है। इसी सिलसिले में कुलपति डॉ. अंजिला गुप्ता ने समारोह से जुड़ी अलग-अलग कमेटियों के साथ एक बड़ी बैठक की। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे अपने-अपने काम पूरे समय पर निपटा लें और कोई भी कमी न रहे।
हालांकि, विश्वविद्यालय ने अभी तक मुख्य अतिथि के आने की औपचारिक स्वीकृति नहीं मिलने की बात भी स्वीकार की है। समारोह के मुख्य अतिथि झारखंड के राज्यपाल संतोष गंगवार हो सकते हैं। कुलपति ने बैठक के दौरान सभी समितियों (सजावट, मंच, सुरक्षा, अनुशासन, आदि) को आपासी समन्वय बनाकर काम करने और छोटी-छोटी समस्याओं को तुरंत दूर करने का साफ निर्देश दिया। प्रशासन ने साफ कर दिया है कि सुरक्षा, अतिथि सत्कार, और डिग्री वितरण जैसे तकनीकी और गोपनीय मामलों पर सख्ती से नजर रखी जा रही है।
155 छात्रों को मिलेगा स्वर्ण पदक, 80 को मिलेगी उपाधि
यह दीक्षांत समारोह स्नातकों, स्नातकोत्तर, डिप्लोमा और पीएचडी स्तर के छात्रों के लिए बेहद खास होगा। इस समारोह में कुल 155 मेधावी छात्रों को स्वर्ण पदक देकर सम्मानित किया जाएगा, जो उनकी उत्कृष्ट शैक्षणिक उपलब्धियों का प्रमाण होगा। साथ ही, 80 पीएचडी शोधार्थियों को भी उनकी उपाधियां दी जाएंगी। कुलपति डॉ. अंजिला गुप्ता ने सभी अधिकारियों, शिक्षकों और कर्मचारियों को निर्देश दिया है कि वे समारोह को सफलतापूर्वक संपन्न कराने के लिए पूरा सहयोग करें।
इस बीच, दीक्षांत समारोह को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन ने एक कड़ा फैसला लिया है। समारोह के दौरान मुख्यालय के अधिकारी-कर्मचारियों के अवकाश (छुट्टी) पर रोक लगा दी गई है। सभी संबंधित पदाधिकारियों के लिए अपनी जिम्मेदारी निभाना अनिवार्य कर दिया गया है। आदेश में साफ कहा गया है कि जिन्हें भी समारोह में ड्यूटी दी गई है, अगर वे काम पर नहीं आते हैं, तो उन्हें उस अवधि का वेतन नहीं मिलेगा।
दीक्षांत समारोह में दिखेगी झारखंडी संस्कृति की झलक
दीक्षांत समारोह के मद्देनजर विश्वविद्यालय में शैक्षणिक कार्य पूरी तरह से ठप रहेगा। प्रशासन ने सभी संबंधितों को आदेश जारी कर दिए हैं कि वे दीक्षांत समारोह से जुड़े अपने निर्धारित दायित्वों का निर्वहन करें। इस दौरान विश्वविद्यालय सिर्फ समारोह के आयोजन में जुटा रहेगा।
समारोह की एक खास बात यह होगी कि इसमें झारखंड की संस्कृति की झलक भी देखने को मिलेगी। विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस बात को अंतिम रूप दे दिया है कि छात्र-छात्राएं इस अवसर पर झारखंडी परंपरा के अनुसार एक विविध सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे। इससे न केवल छात्रों को अपनी संस्कृति से जुड़ने का मौका मिलेगा, बल्कि मेहमानों के सामने राज्य की समृद्ध कला और संस्कृति का प्रदर्शन भी किया जाएगा।
——————————————————————————————————————
शिक्षा से जुड़ी हर बड़ी खबर, शिक्षा विभाग, यूनिवर्सिटी, कॉलेज-एडमिशन, परीक्षा और करियर अपडेट अब सीधे आपके मोबाइल पर। हमारे Education Jharkhand के व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें और पाएं सबसे तेज और भरोसेमंद जानकारी।
 
         
																								 
											 
											