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साइबर ठगों की जाल में फंसे कोल्हान यूनिवर्सिटी के कुलानुशासक डॉ राजेंद्र भारती, नकली आवाज में ऐसे उलझे की गंवाए 1.75 लाख रुपये

साइबर ठगों की जाल में फंसे कोल्हान यूनिवर्सिटी के कुलानुशासक डॉ राजेंद्र भारती, नकली आवाज में ऐसे उलझे की गंवाए 1.75 लाख रुपये

साइबर ठगों ने एक बार फिर तकनीक और छल का खतरनाक मेल दिखाया है। इस बार उनकी चालबाजी का शिकार बने कोल्हान विश्वविद्यालय के कुलानुशासक डॉ राजेंद्र भारती। ठगों की नकली आवाज और विश्वसनीय अंदाज में किए गए कॉल से इस कदर प्रभावित हुए कि उन्होंने बिना देर किए 1.75 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए। मामला तब दर्ज कराया गया जब डॉ भारती को एहसास हुआ कि जिनसे वे बात कर रहे थे, वो उनके घनिष्ठ मित्र प्रो संजीव कुमार शर्मा नहीं, बल्कि कोई शातिर साइबर ठग था।

चालाकी से मांगे गए नंबर और रकम, भेज दिए पैसे

घटना 10 सितंबर की दोपहर करीब 12 बजे की है। कॉल करने वाले ने खुद को प्रो. संजीव शर्मा बताते हुए बड़ी सहजता और आत्मीयता से बात की। उनकी आवाज़ और बोलने का लहजा इतना मेल खाता था कि डॉ भारती को शक तक नहीं हुआ। कॉलर ने दो मोबाइल नंबर भेजे और तत्काल उन पर पैसे भेजने का आग्रह किया। डॉ भारती ने विश्वविद्यालय के कुछ कर्मचारियों से भी राशि जुटाई और Google Pay और PhonePe के माध्यम से कुल ₹1,75,000 दो खातों में भेज दिए। ये खाते उषा परिहार और हसीना ओरांग के नाम पर रजिस्टर्ड थे।

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सच आया सामने तो उड़ गए होश, पुलिस में दर्ज कराई शिकायत

कुछ समय बाद जब डॉ भारती को संदेह हुआ, तो उन्होंने वास्तविक प्रो संजीव शर्मा से संपर्क किया और असलियत सामने आई। उन्हें तब समझ आया कि वे एक सुनियोजित साइबर ठगी के शिकार बन चुके हैं। उन्होंने फौरन मुफस्सिल थाना में दो महिलाओं सहित अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और ठगों की पहचान में जुट गई है।

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पुलिस की अपील: सतर्क रहें, हर कॉल पर न करें भरोसा

घटना के बाद विश्वविद्यालय के शैक्षणिक और प्रशासनिक क्षेत्रों में हड़कंप मच गया है। पुलिस अधिकारियों का मानना है कि यह मामला संगठित साइबर अपराध गिरोह से जुड़ा हो सकता है। फिलहाल पुलिस डिजिटल ट्रेल खंगाल रही है और संबंधित खातों की जांच कर रही है। साथ ही आम जनता से अपील की गई है कि किसी भी कॉल पर, चाहे वह कितनी भी विश्वसनीय क्यों न लगे, बिना पुष्टि के किसी को भी पैसे ट्रांसफर न करें।

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