JET 2025 के लिए ऑनलाइन आवेदन शुरू, 6 अक्टूबर तक भर सकेंगे फॉर्म, 43 विषयों के लिए होगी परीक्षा
झारखंड में विश्वविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर बनने और पीएचडी कोर्स में दाखिले के लिए झारखंड एलिजिबिलिटी टेस्ट (JET) – 2025 की प्रक्रिया शुरू हो गई है। झारखंड लोकसेवा आयोग (JPSC) ने ऑनलाइन आवेदन लेने की शुरुआत कर दी है।
इच्छुक अभ्यर्थी आयोग की वेबसाइट से 6 अक्टूबर तक आवेदन कर सकते हैं। परीक्षा शुल्क जमा करने की अंतिम तिथि 7 अक्टूबर की शाम पांच बजे तक तय की गई है। वहीं, आवेदन में सुधार की सुविधा 8 से 10 अक्टूबर तक दी जाएगी। आयोग ने इस बार परीक्षा को पूरी तरह पारदर्शी तरीके से कराने की तैयारी की है।
दो पेपर होंगे, ओएमआर आधारित परीक्षा
JET-2025 की परीक्षा ओएमआर शीट पर आयोजित होगी। इसमें दो पेपर होंगे। पहला पेपर जनरल एबिलिटी का होगा, जिसमें 50 सवाल पूछे जाएंगे और कुल 100 अंक निर्धारित होंगे। दूसरा पेपर अभ्यर्थी के चयनित विषय का होगा, जिसमें 100 सवाल और 200 अंक निर्धारित रहेंगे। परीक्षा का समय तीन घंटे तय किया गया है। खास बात यह है कि इस बार परीक्षा में निगेटिव मार्किंग नहीं होगी। सभी प्रश्न बहुविकल्पीय (MCQ) प्रकार के होंगे। उम्मीदवारों के लिए यह परीक्षा प्रतिस्पर्धी और पारदर्शी दोनों होगी।
झारखंड एलिजिबिलिटी टेस्ट – 2025
- ऑनलाइन आवेदन : 16 सितंबर से 6 अक्टूबर तक
- परीक्षा शुल्क भुगतान : 7 अगस्त के शाम 5 बजे तक
- आवेदन में सुधार : 8 अक्टूबर से 10 अक्टूबर की शाम 5 बजे तक
- परीक्षा फीस
- अनारक्षित : 575 रुपए
- बीसी वन, बीसी टू, ईडब्ल्यूएस : 300 रुपए
- एससी/एसटी/दिव्यांग/थर्ड जेंडर : 150 रुपए
- परीक्षा का स्वरूप : ओएमआर आधारित
- परीक्षा में पेपर : 2
- पहला पेपर : 50 क्वेश्चन, 100 अंक (जनरल पेपर)
- दूसरा पेपर : 100 क्वेश्चन, 200 अंक (संबंधित विषय)
- परीक्षा का समय : 3 घंटे
- निगेटिव मार्किंग : नहीं
शुल्क और पात्रता शर्तें जानें
आवेदन शुल्क श्रेणीवार अलग-अलग निर्धारित किया गया है। अनारक्षित उम्मीदवारों को 575 रुपए, बीसी-I, बीसी-II और ईडब्ल्यूएस उम्मीदवारों को 300 रुपए तथा एससी, एसटी, दिव्यांग और थर्ड जेंडर उम्मीदवारों को 150 रुपए शुल्क देना होगा। शुल्क का भुगतान केवल ऑनलाइन किया जा सकता है। इस परीक्षा के लिए कोई आयु सीमा नहीं रखी गई है, यानी किसी भी उम्र का उम्मीदवार आवेदन कर सकता है। हालांकि, कुल परीक्षार्थियों में से केवल छह फीसदी अभ्यर्थियों का ही चयन होगा। इस बार परीक्षा 43 विषयों के लिए आयोजित की जा रही है।
JET 2007 में हुई थी पहली बार, अब तक जारी है जांच
झारखंड पात्रता परीक्षा (JET) पहली बार वर्ष 2007 में कराई गई थी। लेकिन उस समय बड़े पैमाने पर गड़बड़ियों की शिकायतें सामने आई थीं। निगरानी की जांच में यह भी खुलासा हुआ कि आयोग के कार्यालय से परीक्षा से जुड़े सभी रिकॉर्ड गायब कर दिए गए। इस मामले में लालपुर थाना में एफआईआर दर्ज की गई थी और फिलहाल इसकी जांच सीबीआई कर रही है। लंबे अंतराल के बाद यह परीक्षा दोबारा आयोजित हो रही है, ऐसे में उम्मीदवारों को उम्मीद है कि इस बार परीक्षा निष्पक्ष और पारदर्शी ढंग से पूरी होगी। आवेदन और विस्तृत जानकारी के लिए अभ्यर्थी www.jpsc.gov.in पर विजिट कर सकते हैं।