गुमला झारखंड का पहला जिला बना जहां के सरकारी स्कूल के बच्चे पढ़ाई में कर रहे AI का इस्तेमाल
गुमला जिले ने शिक्षा के क्षेत्र में नई पहल करते हुए एआई को अपनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। उपायुक्त प्रेरणा दीक्षित की पहल पर अब स्कूली बच्चों और शिक्षकों को ChatGPT और DeepSeek जैसे आधुनिक एप्लिकेशनों से जोड़ा जा रहा है। इसके साथ ही गुमला झारखंड का पहला जिला बन गया है, जहां स्मार्टफोन को शिक्षा का हथियार बनाया गया है। इस अभियान का उद्देश्य बच्चों को स्मार्ट स्टूडेंट और शिक्षकों को स्मार्ट टीचर बनाते हुए शिक्षा की गुणवत्ता को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाना है।
स्मार्टफोन से बच्चों की पढ़ाई में मदद
पहले जहां स्कूल में मोबाइल ले जाना नियमों के विरुद्ध माना जाता था, वहीं अब गुमला प्रशासन ने छात्रों को स्मार्टफोन स्कूल लाने की अपील की है। उपायुक्त के निर्देश पर सभी विद्यालयों में बच्चों और शिक्षकों के स्मार्टफोन में एआई एप्लिकेशन डाउनलोड कराते हुए इसके सुरक्षित उपयोग की जानकारी दी जा रही है। शिक्षकों को भी इस पहल से जोड़ा गया है ताकि वे छात्रों को गृहकार्य, प्रोजेक्ट, मूल्यांकन और अन्य शैक्षणिक कार्यों में मार्गदर्शन दे सकें। प्रशासन ने अभिभावकों से भी आग्रह किया है कि वे बच्चों को कुछ दिनों के लिए स्मार्टफोन उपलब्ध कराएं, ताकि अधिक से अधिक विद्यार्थी इस तकनीक का लाभ उठा सकें।
1000 छात्रों तक पहुंचा एआई का लाभ
डीईओ कविता खलखो ने बताया कि जिले के लगभग 1000 छात्रों के स्मार्टफोन में एआई एप्लिकेशन डाउनलोड किए जा चुके हैं। इस अभियान को आने वाले समय में और विस्तार दिया जाएगा ताकि बच्चों को आधुनिक तकनीक का सुरक्षित और रचनात्मक उपयोग सिखाया जा सके। इसके जरिए बच्चों में जिज्ञासा की भावना बढ़ेगी, वे तेजी से पढ़ाई कर पाएंगे और अपनी बौद्धिक क्षमता का विकास कर सकेंगे।
सिसई से रायडीह तक चला प्रशिक्षण अभियान
गुमला में विभिन्न विद्यालयों में एआई एप्लिकेशनों के प्रयोग का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। सिसई प्रखंड स्थित माघी बालिका उच्च विद्यालय में 158 बच्चियों के स्मार्टफोन में एप्लिकेशन डाउनलोड कराए गए। मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालय गुमला में 200 से अधिक शिक्षकों और 100 छात्रों को व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया गया। इसी तरह संत तुलसीदास प्लस टू उच्च विद्यालय सिसई, भरनो प्रखंड और कामडारा प्रखंड के विद्यालयों में भी शिक्षकों व छात्रों को जागरूक किया गया। मॉडल स्कूल रायडीह और पीएमश्री एसएस +2 उच्च विद्यालय रायडीह में भी बच्चों को ChatGPT और DeepSeek के उपयोग की जानकारी दी गई।