DSPMU रांची में शुरू हुआ MSW कोर्स, किसी भी विषय में स्नातक पास युवाओं के लिए अवसर, एडमिशन शुरू
डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय (डीएसपीएमयू) ने अपने मानवशास्त्र विभाग के अंतर्गत शैक्षणिक सत्र 2025 से दो वर्षीय स्नातकोत्तर सामाजिक कार्य (एमएसडब्ल्यू) पाठ्यक्रम शुरू करने की घोषणा की है। विश्वविद्यालय प्रशासन के मुताबिक, इस कोर्स का उद्देश्य युवाओं को सामाजिक क्षेत्र, विकास कार्यों और गैर-सरकारी संगठनों (एनजीओ) में रोजगारोन्मुख अवसर उपलब्ध कराना है। फिलहाल प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और इच्छुक अभ्यर्थी आवेदन कर सकते हैं। विश्वविद्यालय का मानना है कि यह नया कदम छात्रों के करियर को नई दिशा देने वाला साबित होगा।
बाजार और समाज की जरूरतों के अनुरूप सिलेबस
एमएसडब्ल्यू का सिलेबस न केवल सामाजिक क्षेत्र की आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर बनाया गया है, बल्कि इसमें रोजगार बाजार की मांग का भी पूरा ख्याल रखा गया है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि यह कोर्स युवाओं को सामाजिक सेवा, अनुसंधान, नीति-निर्माण और विकास कार्यों की गहरी समझ देगा। खास बात यह है कि पाठ्यक्रम को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) की ओर से आयोजित राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (यूजीसी-नेट) की तैयारी को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है। इससे विद्यार्थियों को शैक्षणिक क्षेत्र में भी बेहतर संभावनाएं हासिल होंगी।
गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ व्यावहारिक अनुभव
मानवशास्त्र विभागाध्यक्ष एस.एम. अब्बास ने बताया कि एमएसडब्ल्यू पाठ्यक्रम विद्यार्थियों को न केवल गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करेगा, बल्कि उन्हें व्यावहारिक अनुभव का भी अवसर देगा। इस कोर्स में विद्यार्थियों को सामाजिक संस्थानों, समुदायों और एनजीओ से जुड़कर वास्तविक परिस्थितियों में कार्य करने का प्रशिक्षण मिलेगा। इसके माध्यम से छात्र-छात्राएं सामाजिक बदलाव की प्रक्रिया को नजदीक से समझ सकेंगे और भविष्य में इसे अपने पेशेवर जीवन में लागू कर पाएंगे।
किसी भी स्नातक के लिए खुला अवसर
इस पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए किसी भी संकाय या विषय से स्नातक उत्तीर्ण अभ्यर्थी आवेदन कर सकते हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि यह लचीली व्यवस्था युवाओं को व्यापक अवसर प्रदान करेगी और विभिन्न पृष्ठभूमियों से आने वाले विद्यार्थी सामाजिक क्षेत्र में अपना योगदान दे सकेंगे। एमएसडब्ल्यू पाठ्यक्रम के माध्यम से डीएसपीएमयू न केवल छात्रों को रोजगारोन्मुख शिक्षा देगा, बल्कि उन्हें समाज और राष्ट्र निर्माण की दिशा में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए भी तैयार करेगा।