RTE के तहत नामांकन में ढिलाई: जमशेदपुर के स्कूलों को डीसी ने दिया तीन दिन का अल्टीमेटम
Jamshedpur: जमशेदपुर के निजी स्कूलों में शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए निःशुल्क और अनिवार्य बाल शिक्षा अधिनियम 2009 (RTE) के तहत बच्चों का नामांकन चल रहा है। जिले में आरक्षित वर्ग के बच्चों के लिए कुल 1524 सीटें तय की गई थीं। पहले चरण की लॉटरी के जरिए 1303 बच्चों का चयन हुआ, लेकिन बुधवार तक सिर्फ 905 बच्चों का ही दाखिला हो सका। बाकी 398 बच्चों का नामांकन अब तक अधूरा है।
डीसी ने दिए कड़े निर्देश
नामांकन में हो रही देरी को गंभीरता से लेते हुए पूर्वी सिंहभूम की उपायुक्त अनन्य मित्तल ने तीन दिन के भीतर सभी चयनित बच्चों का दाखिला कराने का आदेश दिया है। डीसी ऑफिस की ओर से साफ कहा गया है कि अगर तय समय सीमा में नामांकन नहीं हुआ तो संबंधित स्कूलों के खिलाफ जांच करवाई जाएगी।
स्कूलों की टालमटोल पर नाराजगी
6 मई को मेधा सूची जारी की गई थी। इसके बाद सभी स्कूलों को सात दिन के भीतर बच्चों का एडमिशन लेने का निर्देश दिया गया था। लेकिन कई स्कूल अलग-अलग बहाने बनाकर अब तक नामांकन करने से बच रहे हैं। कुछ स्कूलों ने दस्तावेजों की कमी बताई, तो कुछ ने समय की दिक्कत का हवाला दिया। अभिभावकों की लगातार हो रही शिकायतों के बाद ही प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया है।
अभिभावकों से भी की गई अपील
डीसी ऑफिस ने अभिभावकों से अपील की है कि वे अपने बच्चे के नामांकन की स्थिति जांचने के लिए दिए गए लिंक पर जाकर जानकारी लें। अगर किसी स्कूल में दाखिले में परेशानी आ रही है तो उसकी शिकायत सीधे जिला प्रशासन से करें।
दूसरे चरण की लॉटरी की तैयारी
जिला शिक्षा विभाग के आरटीई सेल के मुताबिक पहले चरण के सभी चयनित बच्चों का नामांकन पूरा होने के बाद दूसरी लॉटरी की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। बचे हुए सीटों की स्कूलवार लिस्ट तैयार की जाएगी और फिर उसी आधार पर अगली लॉटरी होगी। शिक्षा विभाग का कहना है कि मई महीने के अंत तक सारी सीटों पर नामांकन का काम पूरा कर लिया जाएगा।
आरक्षित वर्ग के बच्चे हो रहे हैं पीछे
शहर के अधिकतर निजी स्कूलों में नया सत्र 20 मार्च से शुरू हो चुका है। सामान्य श्रेणी के बच्चे अब तक यूनिट टेस्ट भी दे चुके हैं। लेकिन आरक्षित कोटे के बच्चों का नामांकन अभी तक नहीं हुआ है। ऐसे में इन बच्चों का सत्र करीब डेढ़ महीने पीछे चल रहा है। अब जिन बच्चों का एडमिशन होगा, वे ग्रीष्मावकाश के बाद ही स्कूल जा पाएंगे।